Presidency University Repository

Browsing by Subject "Literature"

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  • Gupta, Nidhi Kumari
    आदिवासी साहित्य लेखन दो-तीन दशकों से नहीं, बल्कि लगभग सौ-डेढ़ सौ वर्ष पहले से लिखा जा रहा है। आदिवासी चिंतन का मुख्य पहलू प्रकृति की रक्षा और जीव-जगत के अस्तित्व से संबंधित है। अपनी तीव्र इच्छापूर्ति के कारण मनुष्य ने प्रकृति ...
  • Mandal, Debasish
    বাাংলা ছ াটগল্পে ‘উদ্বাস্তু’ সমসযার কথা বলল্পে ছগল্পলই ‘উদ্বাস্তু’ বলল্পে আমরা ঠিক কাল্পের বুঠি এঠবষল্প়ে একঠট পঠরচ্ছন্ন আল্পলাচনা করা জরুঠর হল্প়ে ওল্পি। একজন মানুষ ছে অঠনচ্ছার পল্পরও োর ছচনা-পঠরঠচে ঘরবাঠ়ি, োর ...
  • Mandal, Himadri
    ‘কোথায় পাব কলসী কইন্যা কোথায় পাব দড়ি। তুমি হও গহীন গাঙ আমি ডুইব্যা মরি।।’ নয়ে নাটুয়া’র ‘মৈমনসিংহ গীতিকা’র প্রযোজনায় এই গান শেষ করে মাইক্রফোন নামানোর আগেই প্রেক্ষাগৃহ করতালিতে ফেটে পড়ল। আজ অবধি বাংলা জনপ্রিয়তম (অধিকাংশ ...
  • Rajpurohit, Dalpat Singh
    यहशोधप्रबंधहिंदीसाहित्यकेइतिहासग्रंथोंमेंएकदूसरेकीकमोवेशविपरीतसमझीगईकाव्यधाराओं,भक्तिऔररीति, मेंपरस्परसंवाददर्शाताहै।मुगलसाम्राज्यकेअधीनराजपूतदरबारोंनेनकेवलरीतिकवियोंकोसंरक्षणदियाबल्किभक्तिकेप्रधानकेन्द्रोंजैसेवृन्दावन, ...
  • Chaudhuri, Adrija
    আমাদের গবেষণার বিষয় ‘ভারতীয় ঐতিহ্যে ও সাহিত্যে শিব-সংস্কৃতির বৈচিত্র্য ও বিবর্তন (সিন্ধু সভ্যতা থেকে অষ্টাদশ শতক)’। এই কাজ করতে গিয়ে আমরা দেখাতে চেয়েছি ভারতীয় চেতনায় ও সাহিত্যে যেভাবে শিবকে পাই তার বৈচিত্র্যপূর্ণ রূপ ও ...
  • Rajak, Simita
    हिंदीकेआरंभिकउपन्यासोंकाआलोचनात्मकअध्ययन' शीर्षकइसशोधमेंउनबिंदुओंकोरेखांकितकियागयाहैजिससेमनुष्य, समाजऔरराष्ट्रनिर्मितहोताहै।इनबिंदुओंकोतथ्यात्मकरूपदेनेकेलिएऔपन्यासिकटिप्पणी,दार्शनिक,समाजशास्त्रीयएवंआलोचकोंकेमतोंकोरखागयाह ...
  • Agarwal, Munmun
    शोध प्रबंध “हिन्दी की स्त्री आत्मकथाएँ : अस्मिता विमर्श” विषय पर तैयार किया गया है। इसमें अस्मिता विमर्श की दृष्टि से मन्नू भण्डारी, प्रभा खेतान, मैत्रेयी पुष्पा, रमणिका गुप्ता, अमृता प्रीतम, कौशल्या बैसंत्री, सुशीला ...
  • Mishra, Jaiprakash
    भारतीय साहित्य, समाज, संस्कृति को पूरी संपूर्णता में व्यक्त करने तथा ‘मिशन पत्रकारिता’ के स्वरूप में समर्थ हस्तक्षेप रखने वाली महत्त्वपूर्ण पत्रिका ‘विशाल भारत’ अपने तत्कालीन परिवेश की पथ-प्रदर्शक रही है । साहित्य को ...
  • Mukherjee, Anuradha
    জীবনানন্দ দাশ বাংলা সাহিত্যে কবি হিসাবে পরিচিত হলেও কথা সাহিত্যে তাঁর আত্মপ্রকাশ প্রশংসার দাবি রাখে। পাশ্চাত্য শিক্ষায় শিক্ষিত জীবনানন্দ দাশ বিদেশি সাহিত্য ও সাহিত্যতত্ত্ব দ্বারা বিশেষভাবে প্রভাবিত ছিলেন, যা তাঁর লেখাতে ...
  • Rajak, Manoj Prasad
    सिनेमा में दलित चेतना की अभिव्यक्ति अधिक सशक्त रूप में 1990 के बाद दिखाई देती है । मुख्यधारा के सिनेमा में वंचित तबके का दखल और उसकी भूमिका पर बात करें तो प्रभावी अभिव्यक्तियाँ कम भले हों, पर मिलती अवश्य हैं । सिनेमा लोक ...
  • Roy, Kartik Kumar
    हिंदीकविताकीपरंपरामें‘स्त्री-कविता’पदबंधस्त्रीरचनाशीलताकेसांस्कृतिकउन्मेषकाप्रतीकहै।नौवेंदशककीआमूलवैश्विकपरिघटनाओंनेसाहित्य,समाजतथाजनमानसकीचित्तवृत्तिकोअप्रत्याशितरूपसेप्रभावितकिया।अनामिका,कात्यायनी,गगनगिल,सवितासिंह,शुभा ...